काहिरा, 05 नवंबर, 2023 अरब संसद के अध्यक्ष अदेल अब्दुलरहमान अल-असौमी ने अरब संसद और मिस्र के प्रतिनिधि सभा के सदस्यों वाली एक समिति की स्थापना की घोषणा की है। इस समिति को गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी आबादी के खिलाफ इजरायली कब्जे वाले बलों द्वारा किए गए नरसंहार के कृत्यों का दस्तावेजीकरण करने का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया है।
इस समिति का प्राथमिक लक्ष्य क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर अरब लोगों की ओर से सक्रिय उपाय करना है। उनका मुख्य ध्यान व्यापक दस्तावेजी रिपोर्ट बनाने और इन अमानवीय अपराधों के बारे में सबूत इकट्ठा करने पर होगा। इन रिपोर्टों को बाद में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय और मानवाधिकार परिषद सहित संबंधित सक्षम अधिकारियों को प्रस्तुत किया जाएगा। अंतिम उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन जघन्य कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए।
अरब संसद और मिस्र के प्रतिनिधि सभा की मानवाधिकार समिति के बीच एक संयुक्त बैठक के दौरान, गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायली कब्जे वाले बलों द्वारा किए गए गंभीर उल्लंघनों के इर्द-गिर्द व्यापक चर्चा हुई। ये कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सिद्धांतों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन करती है और स्थापित अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और सम्मेलनों की अवहेलना को दर्शाती है।
अल-असौमी ने बैठक के दौरान जोर देकर कहा कि समिति चल रही घटनाओं की प्रभावी निगरानी और दस्तावेजीकरण के लिए एक निरंतर सत्र में रहेगी। इस सतर्कता का उद्देश्य एक एकीकृत अरब संसदीय परिप्रेक्ष्य का निर्माण करना है जिसका उद्देश्य नागरिकों पर क्रूर हमलों, अस्पतालों और स्कूलों को निशाना बनाना और लगातार बम विस्फोटों का सामना करना है, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं और बच्चों पर असमान प्रभाव के साथ हजारों लोगों की मौत हुई है।