इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) में राजनीतिक मामलों के सहायक महासचिव राजदूत यूसुफ अल-दुबाई ने जेद्दा में स्वतंत्र स्थायी मानवाधिकार आयोग (आईपीएचआरसी) के 22वें नियमित सत्र की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में डॉ. हाला बिन्त मजीद अल-तुवैजरी और तुर्की के न्याय मंत्री सेवकेट यिलमाज़ सहित प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
सत्र में महत्वपूर्ण चर्चा हुई, जिसमें नस्लीय भेदभाव का मुकाबला करने के लिए इस्लामी और संस्थागत मानकों को संबोधित किया गया। दूसरे सत्र में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ वैश्विक रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जबकि तीसरे में नस्लीय पूर्वाग्रह का मुकाबला करने में मीडिया और राष्ट्रीय अनुभवों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
ओ. आई. सी. के सदस्य देशों में नागरिक, राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों जैसे विविध विषयों को शामिल करते हुए ये चर्चाएं सप्ताह भर में होंगी। फिलिस्तीन और जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आई. पी. एच. आर. सी. की कार्य योजना का मार्गदर्शन करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाने की उम्मीद है।